अपनी ख़ुशी से दूसरों को दुखी न करें
अभी एक चौक समारोह से लौटा हूँ. बहुत दिनों बाद किसी दावत में शांति से खाना खाया, वर्ना DJ नामक कुत्ते की भौं-भौं से सिर और छाती दोनों में दर्द होने लगता है. स्वादिष्ट व्यंजन थे और पीछे "My Heart Will Go On" का मधुर संगीत चल रहा था. प्लास्टिक के बर्तनों का भी न्यूनतम उपयोग हुआ था. मेज़बान को हृदय से धन्यवाद दिया. जानकर ख़ुशी हुई कि दावत स्थल के पड़ोस में रहने लोग चैन से सो पाएँगे और बच्चे अपनी परीक्षाओं की तैयारी एकाग्रता से कर पाएँगे.

आजकल ऐसा माहौल कितना कम देखने को मिलता है. लोग कितने स्वार्थी और विक्षिप्त होते जा रहे हैं. संगीत के नाम पर हुड़दंग, प्लास्टिक की बेतहाशा बर्बादी, न पड़ोसियों की नींद की चिंता, न बच्चों की परीक्षाओं की. समाज कैसा असंवेदनशील, बुद्धिहीन, और प्रकृति का शत्रु बनता जा रहा है!